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कौन कहता है तुम सत्यवादी हो / अवतार एनगिल

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हे दर्पण !
सभी कहते हैं
तुम झूठ नहीं बोलते !

फिर भला
दायें को बायां
बाएं को दायाँ
क्यों बताते हो