दिमाग़ नहीं ख़राब उनका
नहीं चाहते वे मरना-मारना
आरामपसन्द हैं वे भी
और घर जैसा घर चाहिए उन्हें
एक-सी हवा मिले सबको
फिर कौन चाहता है रक्तपात।
दिमाग़ नहीं ख़राब उनका
नहीं चाहते वे मरना-मारना
आरामपसन्द हैं वे भी
और घर जैसा घर चाहिए उन्हें
एक-सी हवा मिले सबको
फिर कौन चाहता है रक्तपात।