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क्या करें स्वावलम्बन के लिए? / कमलकांत सक्सेना

क्या करें स्वावलम्बन के लिए? चरखा चलाइये।
क्या करें सद्आचरण के लिए? चरखा चलाइये।

नियम विरोधी मानसिकता और मन में दासता
क्या करें मन जागरण के लिए? चरखा चलाइये।

आदमी बौना हो गया, समस्याएँ सुरसा-सी
क्या करें हम नियंत्रण के लिए? चरखा चलाइये।

पोथियों के पृष्ठ रीते जैसे जीवन आजकल
क्या करें आत्म-चिंतन के लिए? चरखा चलाइये।

हिन्दू, हिन्दी, हिन्दुस्तान और हक के वास्ते
क्या करें हर बांकपन के लिए? चरखा चलाइये।

वर्ण कृपण, ओछे शब्द, अनुभूतियाँ हैं खोखली
क्या करें नव-व्याकरण के लिए? चरखा चलाइये।

शांति होगी इस धरा पर या कि अराजकता 'कमल'
क्या करें मत-आकलन के लिए? चरखा चलाइये।