भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

क्या तुमने पढ़ा नहीं है / अरनेस्तो कार्देनाल

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

क्या तुमने पढ़ा नहीं है नोवेदादेज़ में :

शान्ति का पहरुआ, मज़दूरों का मसीहा
अमरीकी लोकतंत्र का अलमबरदार
अमरीकी कैथोलिकवाद का रक्षक
जनता का मुहाफ़िज़
दयानिधान ?

वे जनता की भाषा को तहस-नहस करते हैं,
अवमूल्यन करते हैं जनता के शब्दों का ।
(ठीक जनता की मुद्रा सरीखा)
इसीलिए हम कवि प्रकाशित करते हैं कविताएँ बड़ी सावधानी से ।
इसीलिए मेरी प्रेम-कविताएँ महत्वपूर्ण हैं ।