भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
ख़ुशी का चाँद यहाँ कम जवान होता है / ज्ञान प्रकाश विवेक
Kavita Kosh से
ख़ुशी का चाँद यहाँ कम जवान होता है
हमेशा फ़िक्रज़दा आसमान होता है
लगा है पीछे मेरे हादसों का गैंग कोई
महानगर में ये अक्सर गुमान होता है
खड़ा हूँ इस तरह ख़ामोश, इस तरह तन्हा
कि जैसे शहर का अंतिम मकान होता है
तुम्हारे वास्ते बारिश ख़ुशी की बात सही
हमारी छत के लिए इम्तहान होता है
लपेटिये, इसे रखिये या काटते रहिये
ग़रीब आदमी कपड़े का थान होता है.