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खूब बजेगी ताली! / कन्हैयालाल मत्त
Kavita Kosh से
घर से निकला बंटी,
लेकर हरियल संटी।
मिली राह में हेमा,
बोली-'देख सिनेमा।
मेरा गुटियर टॉमी,
है अभिनेता नामी।
यह हॉलीवुड होकर,
बनकर असली जोकर।
आ पहुँचा है दिल्ली,
लिए साथ में बिल्ली।
दोनों मेक-अप करके,
देंगे सबको चरके।
पर्दे पर नाचेंगे,
फिर कविता बाँचेंगे।
पब्लिक बैठी-ठाली,
खूब बजाए ताली।
'वंस मोर' के नारे,
हँसियों के फव्वारे।
जब खुलकर गूँजेंगे,
खेल खतम कर देंगे!'