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गाम-गाम की कहानी / रणवीर सिंह दहिया

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गाम-गाम की कहानी आज की या सुणियो आज सुणाउं मैं॥
दलितां का हुया जीवना मुश्किल यो किस्सा आज बताउं मैं॥
1.
गाम किला जफरगढ़ मैं कहर दलितां उपर ढाया रै
मकान तोड़े मारे पिट्टे जुलम दबंगा नै बरपाया रै
वीरवार की रात कहैं भगवती जागरण था करवाया रै
महिला पुरुष बैठें ढंग तै इसा था इन्तजाम करवाया रै
दबंग जात के छोरयां की आगे की करतूत गिणाउं मैं॥
2.
दस बारा नौजवनां का टोल दबंग समाज का आया
महिलावां पाछै बैठ गये उनपै पात्थर रेल बरसाया
छेड़खानी करी भद्दा बोले घणा कसूता बिघन खिंडाया
महिलावां नै टोक दिये दबंगा का न्यों सिर चकराया
दलित बी इन्सान हों सैं इस समझ की कमी दिखाउं मैं॥
3.
आयोजकां न उन बिगड़ैलों को थोड़ा घणा समझाया
दबंग कौम के होनहारां की मण्डली नै उधम रचाया
झगड़ा करया उल्टा बोले कसूता रोब जमाना चाहया
इसे बीच मैं किसे नै जाकेै पुलिस तांहि फोन खड़काया
गरीब की बहु सबकी जोरू कोन्या जमा झूठ भकाउं मैं॥
4.
पुलिस आगी गाम मैं किसे नै जागरण मैं आण बताया
दबंग कौम के उतां मांतै उड़ै कोए नहीं टोहया पाया
चार पांच पुलिस आल्यां नै जागरण पूरा चलवाया
दबंग कौम नै दलितां पै अपना खौफ खूब फैलाया
रणबीर सिंह बरोनिया कहै या साच साहमी ल्याउं मैं॥