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गीत गाना है चमन का / दीनानाथ सुमित्र
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मधुर प्रेमिल उर मिलन का
गीत गाना है चमन का
आँधियों का दौर होगा
बाबला बादल फटेगा
किन्तु मन बलवान होगा
दिवस पाषाणी कटेगा
आस से मनुहार करना
तन नहीं टूटे सपन का
मधुर प्रेमिल उर मिलन का
गीत गाना है चमन का
दर्द दुनिया के दिलों का
डूब कर ही जानना है
दर्द अपना खोलना मत
दर्द को कहना मना है
गीत में हर दर्द गाकर
ताप कम होगा तपन का
मधुर प्रेमिल उर मिलन का
गीत गाना है चमन का
राजवंशी भी दुखी हैं
सुखों का साधन नहीं धन
आँसुओं में डूब जाता
अगर दुख से हो भरा मन
इसलिए संतोष रखता
प्रेम बनकर सुखी मन का
मधुर प्रेमिल उर मिलन का
गीत गाना है चमन का