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गुड मॉर्निंग / राग तेलंग
Kavita Kosh से
इतनी प्रामाणिक तो
मैं पहले कभी नहीं थी
इससे पहले
मेरी हर परीक्षा के दौरान
मैं तुम्हारा साथ महसूस करती रही
तुमने मुक्त किया मुझे हर ऐब से
इस नए आसमान पर
कहीं कोई डर नहीं है
एक लंबी रात के बाद
मैं अब
अपनी आँखें खुलने का
ऐलान करने जा रही हूं
और
चाहती हूं
मेरे रचे
पहले दृश्य की शुरुआत
रूबरू
तुम्हारे शब्दों में
गुड मॉर्निंग से हो ।