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चंदा मामा / अनुभूति गुप्ता
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चंदा मामा-चंदा मामा,
दूध-मलाई तुम खाओगे?
फिर बच्चों को बड़े प्यार से,
लोरी रोज सुनाओगे?
चंदा मामा-चंदा मामा,
डाँटेगी तब तुमको अम्मा।
अगर हमें परियों की प्यारी,
गाथा नहीं सुनाओगे।
खुद कम्बल ओढ़कर,
चुपचाप तुम सो जाओगे।