Last modified on 8 अक्टूबर 2014, at 23:33

चर्च के चौकीदार जार्ज ने अन्ततः छोड़ दिया काम / अशोक कुमार पाण्डेय / मार्टिन एस्पादा

कोई नहीं पूछता
कि कहाँ से हूँ मै
निश्चित तौर पर चौकीदारों के देश से ही होऊॅंगा मैं
हमेशा से पोछा लगाया है मैंने इस फर्श पर
उनकी समझ के शहर के बाहर
तुम अवैघ अप्रवासियों का कैम्प भर हो, होंडुरास

कोई नहीं ले सकता मेरा नाम
मैं स्नानागार के उत्सवों का मेजबान हूँ
शौचालय को रखता हूँ सरगर्म शराब की प्याली की तरह

नष्ट हो जाता है मेरे नाम का स्पेनिश संगीत
जब मेहमान शिकायत करते हैं
टायलेट पेपर्स के बारे में

सच ही होगा
जो वे कहते है
चपल हूँ मैं
पर व्यवहार बुरा है मेरा
कोई नहीं जानता
कि मैं छोड़ रहा हूँ आज रात यह काम
हो सकता है कि पोछा
एक मदमस्त समुद्री फेन की तरह
खुद ही चल पड़े
अपने धूसर रेशेदार जालों से
साफ करता हुआ फर्श
फिर लोग इसे ही कहेंगे जार्ज