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चली जाओ / ज़्देन्येक वागनेर
Kavita Kosh से
चली जाओ
अगर तुम जाना चाहती हो
वहाँ तक
जहाँ से व्योम-गंगा बहती है।
तुम्हारी आँखों की
चमकीली तारिकाएँ
मेरे दिल में से तो
कभी ग़ायब न होंगी।
अब यही कविता चेक भाषा में पढ़े :
Běž si
Běž si,
když chceš,
až tam,
odkud vytéká Mléčná dráha.
Hvězdy tvých očí
však ve mně
nevyhasnou.