चाहिए इसको विभीषण इसे लंका चाहिए / विनय कुमार
चाहिए इसको विभीषण इसे लंका चाहिए।
झूठ है इस राम को केवल अयोध्या चाहिए।
झाग जैसा झूठ सागर से नलों तक आ गया
प्यास या पानी बताएँ आपको क्या चाहिए।
सिर्फ खालीपन नहीं है, बाँसुरी के जिस्म में
होठ से हिलती हवा का एक झोंका चाहिए।
द्वारिका तो बस गयी, पर बच गयीं ईटें बहुत
कृष्ण को ईंटें खपानी हैं, सुदामा चाहिए।
चाहिए रेशम उन्हें ऐसा कि जो खादी दिखे
क्या लिफ़ाफ़ा है, लिफ़ाफ़े को लिफ़ाफ़ा चाहिए।
गिद्ध ही लाशें उठाते हैं महाभारत के बाद
इस सफ़ाई के लिए क्या पंचनामा चाहिए।
ख़ुदपरस्ती का सफ़र है, चाहिए किसको ख़ुदा
पर नुमाइश के लिए कुछ तो ख़ुदा सा चाहिए।
कौन अहमक़ बेचता है आजकल आबे हयात
बानगी के वास्ते लेकिन ज़रा सा चाहिए।
हम कहाँ दिल माँगते हैं, है हमारे पास दिल
है तुम्हारे पास भी इतना दिलासा चाहिए।