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चिड़िया / गिरीश पंकज
Kavita Kosh से
प्यारी चिड़िया,
तू फिर आना ।
चावल दूँगी,
उसको खाना ।
खाकर के
मुझसे बतियाना ।
अपने घर का,
हाल सुनाना ।
प्यारी चिड़िया,
तू फिर आना ।