भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
चिन्नीमिन्नी गिलहरी / अनुभूति गुप्ता
Kavita Kosh से
पेड़ के कोटर में
बैठी चिन्नी गिलहरी
मूँगफली का दाना
कहीं से पा गयी,
चिन्नी गिलहरी की
सहेली मिन्नी गिलहरी
मूँगफली का दाना
रात में ही अपने
कोटर में छुपा गयी।