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चुनाव / ओएनवी कुरुप
Kavita Kosh से
कुछ औरतें खड़ी थीं
गाँव की गली में
गुज़रा वहाँ से एक राहगीर
प्यासा था बड़ा
पीने के लिए उसने माँगा जल
पहली औरत पानी लेकर आई
सोने के गिलास में
दूसरी भी लाई
शीशे के गिलास में
लेकिन तीसरी ले आई
उठाकर मिट्टी की सुराही
राहगीर ने ले ली सुराही
और पी गया जल सारा
मालूम था उसे कि पानी पैदा होता है ज़मीन से
इसलिए सबसे साफ़ पानी होगा उस मिट्टी की सुराही में