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चुप्पी भाषा की बेइज़्ज़ती है, दोस्त / गुँजन श्रीवास्तव
Kavita Kosh से
अन्याय देखकर भी
तुम्हारा चुप रह जाना
केवल तुम्हारी अभिव्यक्ति की ही नही
भाषा की बेइज़्ज़ती भी है दोस्त !
उस भाषा की बेइ्ज़्ज़ती
जिसकी मदद से तुम कहा करते हो
अपने प्यारे मुल्क को महान
और गुमान में जिसकी मदद से
गाते हो तुम
अपने प्रिय मुल्क का राष्ट्रगान !
तुम्हारी चुप्पी देशभक्ति नही
मुल्क के दलालों की
शक्ति है
जिसकी ख़ामोशी
तुम्हें शोषित
और राजा को
शोषक बनाए रखती है !