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छम घुँगरू बाजला / शिवानन्द नौटियाल

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छम घुँगरू बाजला,
छम छमाछम घुँगरू बाजला
छ घुंगरू बाजला, मांडा की उकाली<ref>चढ़ाई</ref> मा
भली नथुली<ref>नथ</ref> साजली तडतडी<ref>सुन्दर, पैनी</ref>-सी नाक मा,
तू फूल मा फूल छई, बाँद<ref>सुन्दरी</ref> छई लाखों मा,
मैं मायादार<ref>प्रेमी</ref> तेरो, सरानी रखलो हाथ मा।

शब्दार्थ
<references/>