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जंगल में मोर नाचा किसी ने न देखा / शैलेन्द्र
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जंगल में मोर नाचा किसी ने न देखा
हम जो थोड़ी सी पी के ज़रा झूमें हाय रे सबने देखा
जंगल में मोर नाचा ...
गोरी की गोल-गोल अँखियाँ शराबी
कर चुकी हैं कैसे-कैसों की ख़राबी
इनका ये ज़ोर ज़ुल्म किसी ने ना देखा
हम जो थोड़ी सी ...
किसी को हरे-हरे नोट का नशा है
किसी को सूट बूट कोट का नशा है
यारों हमें तो नौ टाँक का नशा है