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जन्म / लीलाधर मंडलोई
Kavita Kosh से
इस बच्चे के जन्म पर
बुलाओ परिन्दों को
औरतों को दावत दो
गाओ सब मिल
नदी, पहाड़, झरनों
कुछ दिनों के लिए
बंदूकों को आराम दो