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जप ले रे आनन्दा शिव शिव / अंगिका लोकगीत

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

जप ले रे,
जप ले रे आनन्दा शिव शिव जप ले रे

कौन पहाड़ पर बैठे जोगी कथी लगावै अंगा
कहाँ मोॅ सोभै मकरन टोपी कहाँ बहाबै गंगा
शिव शिव जप ले रे
जप ले रे आनन्दा शिव शिव जप ले रे

कैलाश पहाड़ पर बैठे जोगी भसम लगावै अंगा
सिर पर सोभै मकरन टोपी जटा बहाबै गंगा
शिव शिव जप ले रे
जप ले रे आनन्दा शिव शिव जप ले रे