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जब गुरु ने मेरे विरुद्ध मिथ्या कहा / गणेश पाण्डेय

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कोई पत्ता नहीं खड़का
मंद-मंद मुस्काता रहा पवन
आसमान के कारिंदों ने
लंबी छुट्टी पर भेज दिया मेघों को
जब गुरु ने मेरे विरुद्ध मिथ्या कहा ।

अद्भुत यह कि
पृथ्वी पर भी नहीं आई कोई खरोंच ।