जब वे पूछें / यारसा डैली-वार्ड / श्रीविलास सिंह
जब वे पूछें कैसी हो तुम
मत कहो कि डरी हुई हो। अपनी आँखें सिकोड़ो
और भींच लो अपने दाँत, पर मत कहो
कि हो भयाक्रांत।
मत कहो कि डरी हो उतनी
जितना पहले कभी न थी, या तड़प रही हो।
मत कहो कि खोई हो
बिना किसी कारण के अथवा कि तुम नहीं कह सकती निश्चय के साथ
कि तुम ऐसा कर सकती हो।
बात साफ करो
तुम हो स्त्री। स्त्री जैसी दिखो।
पोछ लो रक्त अपने पर से
उन्हें मत बताओ कि क्या हुआ था जब
सूरज व्यस्त था एक अन्य गली में।
‘वह काम’ करो जो लोग करते हैं।
वे लोग जो अच्छे हैं, अच्छे हैं, अच्छे हैं
जब तक तुम घर पहुँच कर यह न पाओ कि वे
जा चुके हैं, जा चुके हैं, जा चुके हैं।
कष्ट उठाती रहो क्योंकि यह है तुम्हारा
ईश्वर प्रदत्त अधिकार।
झगड़ो अपने अस्तित्व के साथ। लड़ो यह ख़राब
लड़ाई।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : श्रीविलास सिंह