जर्मनी में एक यहूदी क़ब्रगाह / येहूदा आमिखाई / चन्दन सिंह
उर्वर खेतों के बीच एक छोटी-सी पहाड़ी पर स्थित है एक छोटा-सा क़ब्रगाह
एक ज़ंग खाए फाटक के पीछे एक यहूदी क़ब्रगाह
परित्यक्त और विस्मृत। न ही प्रार्थना की ध्वनि
और न ही विलाप का स्वर सुनाई देता है वहाँ
कि मृतक ईश -स्तुति नहीं करते ।
सिर्फ़ हमारे बच्चों की ज़ोर से खनकती आवाज़ें हैं
बच्चे क़ब्रों को ढूँढते
और हर बार खुशी से चिल्लाते
जब वे ढूँढ लेते हैं कोई क़ब्र---जैसे जंगल में कुकुरमुत्ता ,जैसे जंगली झरबेर ।
यह रहा एक दूसरा क़ब्र ! वहाँ मेरी माँ के माँ का
नाम है, और एक नाम पिछली शताब्दी से। और यहाँ एक नाम है, और वहाँ !
और जब मैं नाम से अपने हाथों काई हटाने ही वाला था
कि दिखा — क़ब्र के पत्थर पर खुदा एक खुला हाथ, एक
यहूदी पुरोहित की क़ब्र,
उसकी अंगुलियाँ शुचिता और आशीष की ऐंठन में
बाहर की ओर फैली हुई थीं
और यहाँ एक क़ब्र है बेरियों की एक झाड़ी से बिल्कुल ढँकी
जिसे हटाना होगा
जैसे सुन्दर प्रेमिका के चहरे से बालों का उलझा हुआ गुच्छा ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : चन्दन सिंह
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