जर्मनी में एक यहूदी क़ब्रिस्तान / येहूदा अमिख़ाई / श्रीविलास सिंह
एक छोटी सी पहाड़ी पर उर्वर खेतों के मध्य स्थित है एक छोटा क़ब्रिस्तान,
जंग खाए दरवाज़े वाला एक यहूदी क़ब्रिस्तान, झाड़ियों में छिपा हुआ,
परित्यक्त और बिसराया जा चुका। न तो प्रार्थना
न ही विलाप के स्वर सुनाई देते है वहाँ
न मृतकों के लिए न ही ईश्वर की प्रशंसा में ।
केवल हमारे बच्चों की आवाज़ें घण्टियों-सी बजती हैं, क़ब्रों को खोजती और ख़ुश होती
हर बार जब वे खोज लेते हैं कोई एक, जैसे हों वे मशरूम या जंगली स्ट्राबेरी ।
यहीं है एक और क़ब्र, मेरी नानी के नाम की, पिछली शताब्दी का एक नाम। यहाँ है एक और नाम, और वहाँ ! और जैसे ही मैं हटाने को था काई उस नाम से —
देखा क़ब्र के पत्थर पर खुदा हुआ एक हाथ, समय की क़ब्र,
उसकी उँगलियाँ फैली हुई हैं पवित्रता और आशीष से आप्लावित,
और यहाँ है एक क़ब्र छुपी हुई झाड़ियों की परतों में
जिन्हें हटाना होगा एक ओर, किसी सुन्दर प्रेयसी के चेहरे से
केशों की भाँति।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : श्रीविलास सिंह