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जवानी / मथुरा नाथ सिंह ‘रानीपुरी’

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1.
जवानी रंग
रंगै जेकरोॅ मन
करै ऊ जंग।

2.
जवानी ढंग
करतेॅ रहै तंग
छेकै अनंग।

3.
जवानी जोर
करतै रहै शोर
भोरम-भोर।

4.
जवानी जारै
हाथ-गोड़ ऊ लारै
ई नाय हारै।

5.
जवानी नाम
 करै की नै तमाम
चक्का रे जाम।

6.
जवानी शान
शक्ति के पहचान
लखन मान।

7.
जवानी जान
खोजै मान-सम्मान
करै गुमान।

8.
जवानी तुफां
करै की रंग गुमां
बहकै जुवां।

9.
जवानी आग
जरावै ई चिराग
मानै नै दाग।

10.
जवानी गंग
बहै धारा के संग
लगै उतंग।

11.
जवानी जोश
नाय राखै ऊ होश
नै अफसोस।

12.
जवानी लूक
मानै नै भूल-चूक
ढूकै नै हूक।

13.
जवानी जंग
लगै छेकै भुजंग
ई बजरंग।

14.
जवानी हीर
मानै भला की तीर
खीचै लकीर।

15.
जवानी टेक
करै छै अभिषेक
मानै नै छेक।

16.
जवानी जारै
हाथ-गोड़ ई लारै
पानी केॅ टारै।

17.
जवानी भेष
रखै नै अवशेष
करै लंकेश।

18.
जवानी प्यारोॅ
नाय गोरोॅ नै कारोॅ
सभ्भे दुलारोॅ।