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ज़रा रुको / पाब्लो नेरूदा / मंगलेश डबराल
Kavita Kosh से
दूसरे दिन जो अभी आए नहीं हैं
रोटियों की तरह बन रहे हैं
या प्रतीक्षा करती कुर्सियों
या औषधियों या विक्रय-वस्तुओं की तरह :
निर्माणाधीन दिनों का एक कारखाना :
आत्मा के कारीगर
उठा रहे हैं और तौल रहे हैं और बना रहे हैं
कड़वे या क़ीमती दिनों को
जो समय पर तुम्हारे दरवाज़े पर आएँगे
तुम्हें भेंट में एक नारंगी देने
या बेरहमी से तुम्हें तत्काल मार देने के लिए ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : मंगलेश डबराल