भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

जाड़े की धूप / राहुल राजेश

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।

बड़े दिनों बाद निकली है
जाड़े की धूप

बादलों बारिशों कुहासों से
करके भरदम
गुत्थम गुत्थी

गुलाबी नहीं

खेतों में पके धान की
बालियों-सी लहलहाती

सुनहली

बड़े दिनों बाद
मन भी खिला है

मानो
सारे गीले कपड़े
सूख गये हों

अचानक !