पुस्कर (अजमेर) गया 
नामी सरोवर देख्यो 
कीं खास नीं लाग्यो 
केरू (जोधपुर) गया 
निगै आ’गी 
खाणां
अर बां स्यूं 
कटता बडता 
सुंवरता-निकळता 
बदामी रंग रा भाटा
जकां स्यूं 
बणेड़ो हो 
सै’र अर इलाकै रो 
हर घर , हर भवन
बां बेनामी खाणां ने 
निमण करण रो 
जी करै हो ।