भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
जीवन उसके पक्ष में हँसता / नरेश चंद्रकर
Kavita Kosh से
यह एक औरत के मरने की ख़बर है
जो सीजेरियन डिलीवरी होने के पूर्व तक जीवित थी
ख़ुश थी, मुस्कुरा रही थी
सपने में आधी
आधी हक़ीक़त की दुनिया में थी
उसके मरने के लिए ग्रह और नक्षत्र जितने
जिम्मेवार नहीं ठहराए जा सकते
उतने ही उसकी डिलीवरी में लगे डॉक्टर भी
उस औरत को दो घंटे की और पीड़ा सह लेनी थी
ताकि हो सकता शुभ मुहूरत में बच्चे का जन्म
और जीवन उसके पक्ष में हँसता!!