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जीवन कैनवस / उल्लास मुखर्जी
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एक ही शहर में
उसका ठिकाना है अलग-अलग,
अलग-अलग ठिकाने में
उसका रंग है अलग-अलग ।
एक रंग को पता नहीं
उसके दूसरे रंग के बारे में,
यदि जोड़ा जाए
उसके सभी रंगों को
एक साफ-सुथरे कैनवस पर
उभर आएगी एक आकृति
घिनौनी-बदरंग ।