जोड़ै नया सोपान / ब्रह्मदेव कुमार
जन-जन के मानस में गुँजै नाम भईया-बहिना।
सम्पूर्ण साक्षरता अभियान।
भारत में आधोॅ सें जादा, अनपढ़-निरक्षर बसै छै
दुनिया के लोग सिनी हमरा देखी-देखी हँसै छै।
सोची केॅ देखोॅ, एकरोॅ एक्के निदान भईया-बहिना
सम्पूर्ण साक्षरता अभियान।
भारत के गरिमा के महिमा, इतिहासोॅ में संचित छै
तैयाॅे भारतवासी सोचोॅ, ज्ञानोॅ सेॅ कैन्हें वंचित छै।
एके उपाय छै करै के नव-निर्माण, भईया-बहिना
सम्पूर्ण साक्षरता अभियान।
कहियो नै सोचलोॅ, नै पढ़ला नै, लिखला सें की हानि हो
पढ़लां-लिखलां तोरा मुरूख बनाय छों, करै छौं मनमानी हो।
अँखिया खोलोॅ देखोॅ नया विहान, भईया-बहिना
सम्पूर्ण साक्षरता अभियान।
पढ़ै-लिखै लेॅ सबसें पैन्हें, सीखोॅ अक्षर-ज्ञान हो
जोड़ै-तोड़ै लेॅ हिसाब करै लेॅ, सीखोॅ अंक ज्ञान हो।
ज्ञान-दीप जलाबोॅ, ज्ञान के खान भईया-बहिना
सम्पूर्ण साक्षरता अभियान।
पढ़ी-लिखी केॅ, मिली-जुली केॅ, देशोॅ के करोॅ महान हो
लड़का-भईया, लड़की-बहिना, सब छै एक समान हो।
जीवन में जें जोड़ै नया सोपान, भईया-बहिना
सम्पूर्ण साक्षरता अभियान।