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ज्ञान शिखर तक / प्रेमलता त्रिपाठी
Kavita Kosh से
शुभ प्रात नमन ईश करो ध्यान लगाओ ।
खिल गात उठे योग सधे स्वस्थ बनाओ ।
संधान करो नित्य पहुँच ज्ञान शिखर तक
आवाज युवा क्रान्ति बनों देश जगाओ ।
अभियान नवल वेग भरो दर्प मिटा कर,
बन दीप शिखा संग चलो राह दिखाओ ।
संदेश सदा सत्य अटल मार्ग चुनो तुम,
हो व्योम सदृश उच्च सपन नैन सजाओ ।
क्यों भाग्य सदा कोस रहे जीव जगत में,
मत व्यर्थ करो प्राण रतन मीत लजाओ ।
हठ द्वंद सदा दूर करो मर्म समझ कर,
विश्वास सरस प्रेम भरा हाथ बढ़ाओ ।