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ज्योति का परचम उठाओ, हम तुम्हारे साथ हैं / उर्मिल सत्यभूषण
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ज्योति का परचम उठाओ, हम तुम्हारे साथ हैं
रास्ता तम में बनाओ, हम तुम्हारे साथ हैं
अब हमारा कंठ भी पुरज़ोर और पुरजोश है
इन्कलाबी गीत गाओ, हम तुम्हारे साथ हैं
हम तकाजे़ पूरे करेंगे, जान लो,
वक़्त के रथ को चलाओ, हम तुम्हारे साथ हैं
जानते हैं अब लड़ाई के सिवा चारा नहीं
जंग की तुरही बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं
आपके इक ही इशारे पर फना हो जायेंगे
इन मशालों को जलाओ, हम तुम्हारे साथ हैं
आग जो है दिल में उर्मिल ताकतों में ढाल लो
शक्ति का जप तप कराओ, हम तुम्हारे साथ हैं।