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झिलमिल-झिलमिल तारे / प्रकाश मनु

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झिलमिल तारे, झिलमिल तारे
आएँ धरती पर ये सारे!
तो मैं इनको दावत दूँगा,
ऑटोग्राफ मगर फिर लूँगा।
पूछूँगा, क्यों हँसते झिलमिल?
राह दिखाते सबको हिलमिल!
लगता है जैसे गुब्बारे,
टँके हुए हैं नभ में सारे।
झिलमिल तारे, झिलमिल तारे,
आएँ धरती पर ये सारे।