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झुळसतौ रैवूं / गौरीशंकर

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झुळसतौ रैवूं
बां सबदा री आग में
मा कैयो
थारै बाप नै जींवतां ई
मार दियौ
घरवाळां।
बां जमीन दिखै
म्हारो धणियाप नी है
उण जमीन माथै
आज।