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तीनि-पाँच बइमानी कइकै / भारतेन्दु मिश्र
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तीनि-पाँच बइमानी कइकै
भे बड़कउनू भैया
लोटिया जिनकी बूड़ि रहै
अब पइरै उनकी नैया।
बी.डी.ओ., परधान, प्रमुख जी
का तक ई समुझावैं
खुसुर-पुसुर तय करैं कमीसन
क्लरकन का पलझावैं
लासा रोज लगावैं फाँसैं
नित-नित नयी चिरैया।
बातन मा देखाति हैं
जैसन सरवन के अवतार
मन से जेबै कतरै खातिर
हरदम बैठ तयार
ऊपर ते ममाखि का छत्ता
भीतर भरे बरैया।