भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

तीन आवाज़ें- आवाज़-दो / अवतार एनगिल

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

अरी, ओ
कामगर औरत
सोना मती
कि आकाश मार्ग से
गुलाबी पँख लगाकर
वे तुझे लूटने आयेंगे
वे आयेंगे
और देखते-देखते
अलगनियों पर से
तेरे वस्त्र
उठा ले जायेंगे