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तीन मुश्किल शब्द / विस्साव शिम्बोर्स्का
Kavita Kosh से
जब मैं बोलती हूँ एक शब्द भविष्य
तो पहले अक्षर जुड़ते हैं
बीते हुए समय से
जब मैं बोलती हूँ खामोशी
मैं इसे नष्ट करती हूँ
जब मैं कहती हूँ कुछ नहीं
मैं कुछ ऐसा बनाती हूं
जिसे कोई अपने हाथों में नहीं रख सकता.
अनुवाद: विशाल श्रीवास्तव