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तुमने जो पथराव जिए / विज्ञान व्रत
Kavita Kosh से
तुमने जो पथराव जिए
हमने उनके घाव जिए
बचपन का दोहराव जिए
हम काग़ज़ की नाव जिए
वो हमसे अलगाव जिए
यानी एक अलाव जिए
सुलझाने को एक तनाव
हमने कई तनाव जिए
जिसको मंज़िल पाना है
वो क्या खाक पड़ाव जिए!