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तुमने यह क्या किया / चेस्लाव मिलोश
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मैं समझ नहीं पाया, तुमने कैसी यह दुनिया बनाई
बेरहम और अजनबी है जो आदमी के लिए
जहाँ राक्षस संभोगरत हैं और मौत—
गूँगी जेलरक्षक, समय पर पहरा देती हुई
मुझे विश्वास नहीं कि तुम ऐसा ही चाहते थे
शायद यह स्वर्गिक दुर्घटना है कोई
संवेगी विजय है तेरी सीमा के बाहर
वो आवारा पंडा, जिसने तुम्हें हमारा पिता बताया है
बेबस है इस धरती के नियमों और दैत्यों के ख़िलाफ़
पराजित है और हताश है
मुझे ताक़त दो उन प्रार्थनाओं के सहारे
जो तुम्हें स्मरण कर करता हूँ मैं
रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय