अचानक बदल जाता है 
सब कुछ 
दुख उठकर चला जाता है 
कहीं 
छिप जाती है चिंताएँ 
उदासी धुल जाती है खुशी की रोशनी में
खाली-खाली घर उठता है भर 
खुशी से 
उजास से 
तुम्हारे आते ही।
अचानक बदल जाता है 
सब कुछ 
दुख उठकर चला जाता है 
कहीं 
छिप जाती है चिंताएँ 
उदासी धुल जाती है खुशी की रोशनी में
खाली-खाली घर उठता है भर 
खुशी से 
उजास से 
तुम्हारे आते ही।