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तुम्हारे दिल की दुनिया को नज़र में ले के जाऊँगा / मोती बी.ए.
Kavita Kosh से
तुम्हारे दिल की दुनिया को
नज़र में लेके जाऊँगा
करोगी याद कुछ ऐसी
निशानी देके जाऊँगा
तुम्हारे हुस्न पर मिट कर
दिवाना बन के आया हूँ
तुम्हे भी इश्क़ में अपने
दिवाना कर के जाऊँगा
सुनो ऐ रूप की रानी
क़सम तेरी, मुहब्बत की
अगर जाना पडा मुझको
तुम्हें भी लेके जाऊँगा
तुम्हें जब तक न देखा था
तमन्नाएँ न थी कोई
मगर अब सब तमन्नाओं को
पूरा कर के जाऊँगा