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तुम क्या करोगी, मेरी बहनो ? / मराम अल मासरी / देवेश

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तुम क्या करोगी, मेरी बहनो !
दर्द से सूज गए
अपने स्तनों के बारे में ?
तुम उस दर्द का क्या करोगी
जिससे फट रहा है तुम्हारा पेट ?

तुम क्या करोगी, मेरी बहनो ?
उस लहू का, जो बहता है तुम्हारी जाँघों से
काले पड़ गए लहू का..
फैलती बदबू का ?

तुम क्या करोगी, मेरी बहनो ?
जब तुम होगी रजोधर्म की अवधि में..
बीहड़, दर्दनाक जेलों में..
सर्द, अन्धेरी जेलों में..
भीड़-भरी, गला घोंटती जेलों में..


जेलों में
जो यातनाएँ देती हैं
जो करती हैं दमन..
ठुँसी होती हैं जो लोगों से..

तुम क्या करोगी, मेरी बहनो !
जब विस्फोट करेगा लहू
आँखों में ?

अँग्रेज़ी से अनुवाद : देवेश