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तू ही कह दे मेरी ख़ता क्या है / शुचि 'भवि'
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तू ही कह दे मेरी ख़ता क्या है
बोल कुछ तो भला हुआ क्या है
तुम तो सुनते नहीं तवज्जह से
बात कहने का फिर मज़ा क्या है
साथ जब उनके रूह ख़ुश है मेरी
इससे बढ़कर भला नफ़ा क्या है
प्यार उनसे हुआ तो ये जाना
प्यार क्या चीज़ है वफ़ा क्या है
बेटा सरहद से आज लौटा तो
माँ ने जाना कि 'भवि' दुआ क्या है