तेरह भजन (प्रेमिका का गीत) / बैर्तोल्त ब्रेष्त / नीलाभ
1. मैं जानता हूँ, मेरी जान, मेरी बीहड़ ज़िन्दगी की वज़ह से मेरे बाल
झड़ रहे हैं और मुझे पत्थरों पर सोना पड़ता है। तुम मुझे ठर्रा पीते देखती
हो और मैं हवा में उघाड़े बदन घूमता-फिरता हूँ ।
2. लेकिन एक समय था, मेरी जान, जब मैं निष्पाप था ।
3. मेरी एक औरत थी जो मुझसे ज़्यादा ताक़तवर थी, जैसे घास बैल से
ज़्यादा ताक़तवर होती है - वह फिर सीधी तन जाती है ।
4. वह जानती थी कि मैं दुष्ट हूँ और मुझसे प्यार करती थी ।
5. उसने कभी नहीं पूछा वह रास्ता वहाँ जाता था और उसका रास्ता था
और शायद वह नीचे को उतरता था। जब वह मुझे अपनी देह
सौंपती तो कहती — बस। और उसकी देह मेरी देह बन जाती।
6. अब वह कहीं नहीं है। वर्षा के बाद बादल सरीखी वह ग़ायब हो गई ।
मैंने उसे छोड़ दिया और वह नीचे गिरती चली गई क्योंकि वही
उसका रास्ता था ।
7. लेकिन कभी-कभार रात को जब तुम मुझे शराब पीते देखती हो,
मुझे उसका चेहरा नज़र आता है — हवा में विवर्ण, मज़बूत और मेरी तरफ़ मुख़ातिब
और मैं हवा में झुक कर उसे सलाम करता हूँ ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : नीलाभ