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तैं कारन हब्सी होए हाँ / बुल्ले शाह
Kavita Kosh से
तुम्हारे कारण मैं हब्सी (प्राणायाम करने वाला योगी) बन गया हूँ।
मैं नौ द्वार (दो नेत्र, दो कान, दो नथुने, एक मुख और प्रसव एवं अपनयन अंग) बन्द करके सो गया हूँ
मैं दसवें द्वार पर खड़ा हूँ
कृपया मेरा प्रेम स्वीकार करो।
मूल पंजाबी पाठ
तैं कारन हब्सी होए हाँ,
नौ दरवाजे बन्द कर सोए हाँ।
दर दसवें आन खलोए हाँ,
कदे मन मेरी असनाई।।