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तौफ़ीक़ दे मुझको कि मैं नाकाम न हूँ / रमेश तन्हा
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तौफ़ीक़ दे मुझको कि मैं नाकाम न हूँ
बे-नाम न हूँ मैं कभी बदनाम न हूँ
या रब! वो अता मुझे वदीअत कर दे
कुछ बद न करूँ मूरिदे-इल्ज़ाम न हूँ।