पँवारी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
दरना दरूऽ बाई
बाई दरूऽते कू कू मैन्दा
बन्दु जेवय मऽरो गोविन्दा।
दरना दरूऽ बाई
दरू ते आड़ा-फाड़ा
जेवय मऽरोऽ गयबी लाड़ा।।
दरना दरूऽ बाई
बाई दरूऽते कू कू मैन्दा
बन्दु जेवय मऽरो गोविन्दा।
दरना दरूऽ बाई
दरू ते आड़ा-फाड़ा
जेवय मऽरोऽ गयबी लाड़ा।।