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दुख देते मात पिता को वे नहीं धरम के लाल जी / हरियाणवी

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दुख देते मात पिता को वे नहीं धरम के लाल जी
खल होंदे ना सरमांदे करदे हैं उलटे धंदे
कंस नै मात पिता किए अंधे दीनै भोरै मैं रे डाल जी
दुख देते...
रावण दुरयोधन सिसुपाला करा सबी कुटम का गाला
नहुस बी कर गए चाला लिए जूड़ रिसी ततकाल जी
दुख देते...